नमः शिवाय । DIVINE YOG MEDITATION साधना सिद्ध गुरुओं की कृपा से आचार्य अभिषेक द्वारा प्रदान की जा रही एक अत्यन्त प्रभावशाली ध्यान-साधना है जिसके प्रभाव से प्रत्येक मनुष्य मानसिक शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करता है। शाम्भवी क्रिया-मुद्रा एवं कुण्डलिनी शक्ति जागरण विधि के द्वारा इन क्रियाओं का नियमित अभ्यास सांसारिक उपलब्धियाँ देने में समर्थ है। त्राटक से एकाग्रता एवं शूलपाणि ध्यान के द्वारा जीवन में सभी मनोवांछित कामनाओं की पूर्ति होगी ।
पंजीकरण करने हेतु
रजिस्ट्रेशन लिंक दी जाएगी जिसमें अपनी सामान्य जानकारी भरकर गुरूदक्षिणा QR CODE स्केन करके
अथवा UPI ID के माध्यम से जमा करके उसका SCREENSHOT
उसी फार्म में संलग्न करके पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण होगी। तत्पश्चात् मोबाईल नं. तथा ई-मेल पर आपको ZOOM LINK WITH PASSWORD दिया जाएगा।
गुरूदक्षिणा–
501 रुपये /- (प्रतिव्यक्ति)
Guru Dakshina–
501 INR (PER PERSON) *non refundable
https://forms.gle/iCJzhGCvfkvQrckF8
- कार्यक्रम में भागग्रहण करने की न्यूनतम
उम्र 14 वर्ष है।
- निर्धारित समय के पूर्व उपस्थित हों। आचार्य
के आगमन के पश्चात् किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
- हल्के वस्त्रों को पहनें।
- साधना के दिनों में मांसाहार पूर्णतः वर्जित
है।
- योग-क्रिया के पूर्व कुछ भी न खायें। यदि
किसी बीमारी से ग्रस्त हैं अथवा भूखे रहना सम्भव नहीं तो फल, रस का सेवन बिल्कुल कम मात्रा में करें।
- एकांत स्थान पर बैठ कर योग-क्रिया को करें।
- कम्बल के आसन पर बैठना अनिवार्य है। यदि
धरती पर नहीं बैठ सकते तो सोफे/ कुर्सी पर अथवा पलंग पर कंबल का आसन बिछा कर
बैठें।
- स्नान कर के साधना करें तो बेहतर रहेगा।
- योग-क्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की
बातचीत बिल्कुल मना है।
- शांभवी क्रिया/मुद्रा, कुण्डलिनी ध्यान, शूलपाणि क्रियाध्यान अत्यंत रहस्यमयी उच्चतम
ध्यान (मेडिटेशन) हैं अतएव पूर्ण
लाभ प्राप्त करने के लिए आचार्य के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें।
- किसी भी प्रकार की शंका हेतु अथवा प्रश्न पूछने के लिए ई-मेल करें – digitalsanskritclass@gmail.com
किसी भी प्रकार की समस्य, कठिनाई अथवा संशय होने पर तुरंत संपर्क करें - digitalsanskritclass@gmail.com