⏰समयलेखनम्⏰
‘भवतः घटिकायां कः समयः?’ अथवा ‘भवतः घटिकायां किं वादनम्?’ ऐसे प्रश्नों का उत्तर हम हिन्दी अथवा अंग्रेजी भाषा में आसानी से दे पाते हैं। यदि हमें उत्तर संस्कृत में देना हो तो हमें कठिनाई महसूस होती है। इसके लिए संस्कृत भाषा में भी समय का ज्ञान होना आवश्यक है। चित्रों की सहायता से समय की जानकारी नीचे दी जा रही है।
समय
समय को चार भागों में बाँटा गया है-
- सामान्यः (पूर्ण)
- सपाद (सवा)
- सार्ध (साढे)
- पादोन (पौने)
1. सामान्यः (पूर्ण) – (एक बजे से लेकर बारह बजे तक)
5 : 00 – पंचवादनम् (पाँच बजे)
6 : 00 – षड्वादनम् (छह बजे)
7 : 00 – सप्तवादनम् (सात बजे)
8 : 00 – अष्टवादनम् (आठ बजे)
9 : 00 – नववादनम् (नौ बजे)
10 : 00 – दशवादनम् (दस बजे)
11 : 00 – एकादशवादनम् (ग्यारह बजे)
12 : 00 – द्वादशवादनम् (बारह बजे)
2. सपाद (सवा) – पूर्ण संख्या से पंद्रह मिनट अधिक के लिए ‘सपाद’ का प्रयोग होता है।
इसी प्रकार सपादचतुर्वादनम् (सवा चार बजे), सपादद्विवादनम् (सवा दो बजे), सपादत्रिवादनम् (सवा तीन बजे) आदि होंगे।
3. सार्ध (साढ़े) – (पूर्णसंख्या से तीस मिनट अधिक)
इसी प्रकार सार्ध-द्विवादनम् (अढ़ाई बजे), सार्ध-नववादनम् (साढ़े नौ बजे), सार्ध-एकादशवादनम् (साढ़े ग्यारह बजे) आदि होंगे।
4. पादोन (पौने) – (पूर्णसंख्या से 15 मिनट कम)
इसी प्रकार पादोनैकवादनम् / पादोन-एकवादनम् (पौने एक बजे), पादोन-नववादनम् (पौने नौ बजे) आदि होंगे।
विशेष-
- यदि समय-संख्या वाक्य के बिना दी गई है तो उसके साथ केवल ‘वादनम्’ का प्रयोग होगा। जैसे- 5 : 00 – पंचवादनम्।
- यदि समय-संख्या का प्रयोग वाक्य में किया जा रहा है तो उसमें ‘वादनम्’ के स्थान पर ‘वादने’ हो जाएगा। जैसे- मम पिता अष्टवादने कार्यालयम् गच्छति।